महाकाल भैरव स्तोत्रम्
यं यं यं यक्ष रूपं दश दिशि विदितं भूमि कम्पायमानं
सं सं सं संहार मूर्ति शुभ मुकुट जटा शेखरं चन्द्र विम्बं
दं दं दं दीर्घ कायं विकृत नख मुख चौर्ध्व रोमं करालं
पं पं पं पाप नाशं प्रणमतं सततं भैरवं क्षेत्रपालं ॥ १ ॥
रं रं रं रक्तवर्णं कटक कटितनुं तीक्ष्णदंष्ट्रा विशालं
घं घं घं घोर घोसं घ घ घ घ घर्घरा घोर नादं
कं कं कं कालरूपं धग धग धगितं ज्वलितं कामदेहं
दं दं दं दिव्य देहं प्रणमत सततं भैरवं क्षेत्रपालं ॥ २ ॥
लं लं लं लम्ब दन्तं ल ल ल ल लुलितं दीर्घ जिह्वाकरालं
धूं धूं धूं धूम्रवर्ण स्फुट विकृत मुखंमासुरं भीम रूपं
रूं रूं रूं रुण्डमालं रुधिरमय मुखं ताम्र नेत्रं विशालं
नं नं नं नग्नरूपं प्रणमत सततं भैरवं क्षेत्रपालं ॥ ३ ॥
वं वं वं वायुवेगं प्रलय परिमितं ब्रह्मरूपं स्वरूपं
खं खं खं खड्गहस्तं त्रिभुवन निलयं भास्करं भीमरूपं
चं चं चं चालयन्तं चल चल चलितं चालितं भूत चक्रं
मं मं मं मायकायं प्रणमत सततं भैरवं क्षेत्रपालं ॥ ४ ॥
खं खं खं खड्गभेदं विषममृतमयं काल कालान्धकारं
क्षि क्षि क्षि क्षिप्र वेग दह दह दहन नेत्रं सांदिप्यमानं
हूं हूं हूं हूंकार शब्दं प्रकटित गहन गर्जितं भूमिकंपं
Gyanchand Bundiwal.
Kundan Jewellers
We deal in all types of gemstones and rudraksha. Certificate Gemstones at affordable prices.
हमारे यहां सभी प्रकार के नवग्रह के रत्न और रुद्राक्ष होल सेल भाव में मिलते हैं और टेस्टिंग कीये जाते है ज्योतिष रत्न परामर्श के लिए सम्पर्क करें मोबाइल 8275555557
website www.kundanjewellersnagpur.com
हिन्दू धर्म के सभी देवी देवताओं की और त्योहारों की जानकारी। भगवान के मंत्र स्तोत्र तथा सहस्त्र नामावली की जानकारी ।
Latest Blog
शीतला माता की पूजा और कहानी
शीतला माता की पूजा और कहानी होली के बाद शीतला सप्तमी और शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इसे बसौड़ा पर्व भी कहा जाता है इस दिन माता श...
-
नरसिंह मंत्र उग्र वीर नृसिंह" "नरसिंह मंत्र" पुराणों में वर्णित कथाओं के अनुसार इसी पावन दिवस को भक्त प्रहलाद की रक्...
-
सूर्य मंत्र : सूर्याय नमः ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः वेदों में सूर्य को जगत की आत्मा कहा गया है। https://goo.gl/maps/N9irC7JL1N...
-
Chandra Gayatri Mantra चन्द्र गायत्री मंत्र :- (A) ॐ क्षीर पुत्राय विद्महे अमृततत्वाय धीमहि ! तन्नो चन्द्र: प्रचोदय...
-
मां काली मां दुर्गा का ही एक स्वरुप है। https://goo.gl/maps/N9irC7JL1Noar9Kt5 . मां दुर्गा के इस महाकाली स्वरुप को देवी के सभी रुप...
-
शारदीय नवरात्रि दुर्गा पूजा दिनांक शनिवार 17 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 10 मिनट के बाद शुभ मुहूर्त में कलश स्थापित करें. आश्विन घटस्थापना...
-
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना मंगलवार, अप्रैल 13, 2021 को पहला नवरात्र, मां शैलपुत्री की पूजा, गुड़ी पड़वा, नवरात्रि आरंभ, घटस्थापना, ह...
-
शिव को चढ़ाएं। उपाय के मुताबिक शिव पूजा में तरह-तरह के फूलों को चढ़ाने से अलग-अलग तरह की इच्छाएं पूरी हो जाती है। https://goo.gl/maps/N...
-
दीपावली लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त लक्ष्मी पूजा गुरुवार, नवम्बर 4, 2021 पर लक्ष्मी पूजा मुहूर्त - 18:14 से 20:09 अवधि - 01 घण्टा 55...
-
गणेश जी के 108 नाम इस प्रकार हैं 1. बालगणपति: सबसे प्रिय बालक 2. भालचन्द्र: जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो https://goo.gl/maps/N9irC7JL1Noar9K...
-
आदिशक्ति मां दुर्गा . या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमःआदिशक्ति मां दुर्गा ... दुर्गा अवतार की कथा है कि असुरों द्वारा संत्रस्त देवताओं का उद्धार करने के लिए प्रजापति ने उनका तेज एकत्रित किया ...