Thursday 23 March 2017

चैत्र नवरात्रि ,2017,के शुभ कर्तव्य जैसे घटस्थापन, कलश-पूजन , श्रीदुर्गा पूजादि करना चा‍हिए।

चैत्र नवरात्रि के शुभ कर्तव्य जैसे घटस्थापन, कलश-पूजन संवत्सर पूजन, श्रीदुर्गा पूजादि करना चा‍हिए।
इस वर्ष विक्रम संवत् 2074 में 28 मार्च 2017 ई. को प्रातः 8.27 पर चैत्र अमावस्या समाप्त हो रही है तथा चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा तिथि 8.28 से ही प्रारंभ होकर अगले दिन 29 मार्च के सूर्योदय मानक 6.25 से पूर्व 29.45 पर समाप्त होगी जिस कारण चैत्र प्रतिप्रदा का क्षय हुआ माना जाएगा।
इस स्थिति में शास्त्रनियम अनुसार चैत्र वासंत अमावस्या विद्धा प्रतिप्रदा 28 मार्च 2017 ई. मंगलवार को ही मानी जाएगी।
भारत के सुदूर उत्तर-पूर्वी राज्यों यथा प. बगांल, बिहार के पूर्वी सीमावर्ती नगरों, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर त्रिपुरा आदि में जहां पर सूर्योदय प्रातः 5घ. 45 मिं. से पहले होगा, वहां पर उदयकालिक प्रतिप्रदा उदय-व्यापनी होगी। इस स्थिति में भी चैत्र नवरात्रारंभ तथा नवसंवत्सरांभ 28 मार्च, मंगलवार से ही माना जाएगा। क्योंकि शास्त्र अनुसार सूर्योदयान्तर 1 मुहूर्त से कम से कम प्राप्त प्रतिप्रदा को त्यागकर दर्शयुता अमावस्या युक्त ही ग्रहण करनी चाहिए।
धर्मसिन्धु में ही अन्यत्र अपरान्ह-व्यापिनी प्रतिप्रदा को ही ग्राह्य एवं श्रेयस्कर माना गया है।
परन्तु देवीपुराण में श्री दुर्गा पूजन में अमावसयुक्ता प्रतिप्रदा को विशेष प्रशस्त नहीं माना है, परन्तु वहां भी प्रतिप्रदा के संबंध में यह आवश्यक निर्देश है कि द्वितीया युक्त प्रतिप्रदा भी सूर्योदयान्तर कम-से-कम 1 मुहूर्त 2 घडी यानी 48 मिनट होनी चाहिए।
उक्त विवेचन से स्पष्ट है कि समस्त भारत में सूर्योदय 5.45 से पहले है अर्थात् उद्यकालीन प्रतिप्रदा है। चैत्र वासंत नवरात्रारंभ 28 मार्च 2017 ई. मंगलवार को माना जाएगा।
दुर्गा पूजा का प्रमुख पर्व चैत्र नवरात्र का शुभारंभ होने जा रहा है। कौन-सी तारीख को किस देवी का होगा पूजन, जानिए 2017 के चैत्र नवरात्र की मुख्य तिथियां...।
चैत्र नवरात्र 2017 : जानिए घटस्थापना के शुभ मुहूर्त
* 28 मार्च 2017 : इस दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 08 बजकर 26 मिनट से लेकर 10 बजकर 24 मिनट तक का है। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। * 29 मार्च 2017 : नवरात्र के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है।
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* 30 मार्च 2017 : नवरात्र के तीसरे दिन देवी दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप की आराधना की जाती है। * 31 मार्च 2017 : इस साल 31 तारीख को माता के चौथे स्वरूप देवी कूष्मांडा जी की आराधना की जाएगी।

  1 अप्रैल 2017 : नवरात्र के पांचवें दिन भगवान कार्तिकेय की माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है। * 2 अप्रैल 2017 : नारदपुराण के अनुसार शुक्ल पक्ष यानी चैत्र नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा का विधान है।
* 3 अप्रैल 2017 : नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। * 04 अप्रैल 2017: नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन कई लोग कन्या पूजन भी करते हैं। * 05 अप्रैल 2017 : नौवें दिन भगवती के देवी सिद्धदात्री स्वरूप का पूजन किया जाता है। सिद्धिदात्री की पूजा से नवरात्र में नवदुर्गा पूजा का अनुष्ठान पूर्ण हो जाता है। विशेष: इस बार नवरात्र आठ दिन का होगा तथा द्वितीया तिथि की क्षय होगी। नवरात्र व्रत का पारण दशमी तिथि या उदया तिथि के अनुसार छह अप्रैल को किया जाएगा।

चैत्र नवरात्र 2017: जानिए घट-स्थापना की पूजा और मुहूर्त का समय
चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों के साथ ही हिन्दू नवसंवत्सर शुरू होता है इसलिए इस नवरात्रि का काफी मान है।
 
28 मार्च से चैत्र नवरात्र का शुभारंभ होने जा रहा है, इस बार माता का वास पूरे नौ दिन रहेगा। नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों आराधना की जाती है।
चैत्र नवरात्र 2017: जानिए घट-स्थापना की पूजा और मुहूर्त का समय
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
जिन घरों में नवरात्रि पर घट-स्थापना होती है उनके लिए शुभ मुहूर्त 28 मार्च दिन मंगलवार को सुबह 08 बजकर 26 मिनट से लेकर 10 बजकर 24 मिनट तक का है। वैसे तो नवरात्रि का शुभ वक्त तो पूरे दिन रहेगा लेकिन अगर शुभ मुहूर्त पर घट-स्थापना होगी तो जातक को फल अच्छा मिलेगा।

नवरात्रों के साथ ही हिन्दू नवसंवत्सर शुरू
गौरतलब है कि चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रों के साथ ही हिन्दू नवसंवत्सर शुरू होता है इसलिए इस नवरात्रि का काफी मान है। इस साल 28 मार्च से शुरू होने वाला यह नवरात्र पांच अप्रैल तक चलेगा।। ,,,,लिखने में कुछ गलती हों तो माफ़ करना
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥

अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और शक्ति -रूपिणी प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।
28 मार्च 2017 : मां शैलपुत्री की पूजा
29 मार्च 2017 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
30 मार्च 2017 : मां चन्द्रघंटा की पूजा
31 मार्च 2017 : मां कूष्मांडा की पूजा
01 अप्रैल 2017 : मां स्कंदमाता की पूजा
02 अप्रैल 2017 : मां कात्यायनी की पूजा
03 अप्रैल 2017 : मां कालरात्रि की पूजा
04 अप्रैल 2017 : मां महागौरी की पूजा
05 अप्रैल 2017 : मां सिद्धदात्री की पूजा
,,,,!!Astrologer Gyanchand Bundiwal. Nagpur । M.8275555557

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