श्री अष्टविनायक मंत्र,,Ashta Vinayak Mantra
अष्टविनायक नमो नमः हे अष्टविनायक तेरी जय जयकार !हे गणनायक !https://goo.gl/maps/N9irC7JL1Noar9Kt5।,,,,,,,,,,,Astrologer Gyanchand Bundiwal M. 0 8275555557 तेरी जय जयकार !हे गौरी सुत ! हे शिव नंदन !तेरी महिमा अपरम्पारहे अष्टविनायक तेरी जय जयकार !प्रथम विनायक वक्रतुंड है सिंह सवारी करता ;मत्सर असुर का वध कर दानव भगवन पीड़ा सबकी हरता ,हे गणेश तेरी जय जयकार !हे शुभेश तेरी जय जयकार !द्वितीय विनायक एकदंत मूषक की करें सवारी ;मदासुर का वध कर हारते विपदा सबकी भारी ,हे गजमुख तेरी जय जयकार हे सुमुख तेरी जय जयकार .नाम महोदर तृतीय विनायक मूषक इनका वाहन ; मोहसुर का नाश ये करते इनकी महिमा पावन ,हे विकट तेरी जय जयकार !हे कपिल तेरी जय जयकार !चौथे रूप में प्रभु विनायक धरते नाम गजानन ;लोभासुर संहारक हैं ये मूषक इनका वाहन ,हे गजकर्णक तेरी जय जयकार !हे धूम्रकेतु तेरी जय जयकार !प्रभु विनायक पंचम रूप लम्बोदर का धरते ;करें सवारी मूषक की क्रोधासुर दंभ हैं हरते ,हे गणपति तेरी जय जयकार !
हे गजानन तेरी जय जयकार ! विकट नाम के षष्टविनायक सौर ब्रह्म के धारक ;है मयूर वाहन इनका ये कामासुर संहारक ,हे गणाध्यक्ष तेरी जय जयकार !हे अग्रपूज्य तेरी जय जयकार !विघ्नराज अवतार प्रभु का सप्तम आप विनायक ;वाहन शेषनाग है इनका ममतासुर संहारक ,हे विघ्नहर्ता तेरी जय जयकार !हे विघ्ननाशक तेरी जय जयकार !धूम्रवर्ण हैं अष्टविनायक शिव ब्रह्म रूप प्रभु का ;अभिमानासुर संहारक मूषक वाहन है इनका ,हे महोदर तेरी जय जयकार ! हे लम्बोदर तेरी जय जयकार !!!! Astrologer Gyanchand Bundiwal. Nagpur । M.8275555557 !!!
हे गजानन तेरी जय जयकार ! विकट नाम के षष्टविनायक सौर ब्रह्म के धारक ;है मयूर वाहन इनका ये कामासुर संहारक ,हे गणाध्यक्ष तेरी जय जयकार !हे अग्रपूज्य तेरी जय जयकार !विघ्नराज अवतार प्रभु का सप्तम आप विनायक ;वाहन शेषनाग है इनका ममतासुर संहारक ,हे विघ्नहर्ता तेरी जय जयकार !हे विघ्ननाशक तेरी जय जयकार !धूम्रवर्ण हैं अष्टविनायक शिव ब्रह्म रूप प्रभु का ;अभिमानासुर संहारक मूषक वाहन है इनका ,हे महोदर तेरी जय जयकार ! हे लम्बोदर तेरी जय जयकार !!!! Astrologer Gyanchand Bundiwal. Nagpur । M.8275555557 !!!