Wednesday, 31 July 2019

हरियाली अमावस्या का बहुत महत्त्व है

हरियाली अमावस्या का बहुत महत्त्व है। इस दिन पूजा करने से जीवन की बहुत सी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
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 इसके साथ ही धन की प्राप्ति के लिए भी यह दिन बेहद खास है। इस दिन पूजा करने से धन लाभ होता है। 
आइए जानते हैं कि कैसे इस दिन पूजा-अर्चना करके अपनी विभिन्न समस्याओं से निजात मिल सकती है।
1. हरियाली अमावस्या के दिन सूरज ढलने के बाद खीर बनाएं और उसे शिव जी को चढ़ाएं।
2. शाम को घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल के दीपक जलाएं।
3. इस दिन हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं साथ ही लाल फूल चढ़ाएं, इससे धनलाभ होता है।
4. इस दिन शाम को आखिरी रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं। इससे शानिदोष दूर होता है और साथ ही आपके घर में हमेशा सुख-शान्ति बनी रहेगी।
5. अमावस्या की रात को तुलसी के सामने सरसों का तेल जलाने से भी धन लाभ होता है।
मेष राशि - भगवान शिव का गाय के दूध से अभिषेक करना लाभदायी रहेगा
वृषभ राशि - आज के दिन भगवान शिव को 5 सफेद पुष्प अर्पण कर पीपल की पूजा करें।
मिथुन राशि - भगवान भोलेनाथ को 11 बिल्वपत्र चढ़ाएं।
कर्क राशि - भगवान शिव को पंचामृत चढ़ाएं।
सिंह राशि - आज शंकरजी को 3 धतूरा चढ़ाएं।
कन्या राशि - आज के दिन काली गाय को गुड़ खिलाकर शिवजी की पूजा करें।
तुला राशि - शिवजी का दुग्धाभिषेक करें, अति लाभदायी रहेगा।
वृश्चिक राशि - शंकरजी को तीर्थ जल चढ़ाने के बाद 5 बिल्वपत्र चढ़ाएं
धनु राशि - शिवजी को 108 बिल्वपत्र चढाकर पूजन करें।
मकर राशि - शिवजी को 2 सफेद मिठाई अर्पित करें।
कुंभ राशि - आज के दिन भोलेनाथ को शहद अर्पित करने से लाभ होगा।
मीन राशि - शिवजी को 5 पीली वस्तु चढ़ाएं, तो मनोकामना पूर्ण होगी।

सावन अौर अमावस्या के योग में पूजा-अर्चना करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं अौर भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है। 
अमावस्या के दिन सुबह शीघ्र उठकर स्नानादि कार्यों से निवृत्त होकर तांबे के लोटे में जल लें। जल में चावल अौर फूल डालकर सूर्य को अर्पित करें। 
इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध व काले तिल अर्पित करें। इससे सदैव भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है।
गेहूं के आटे की गोलियां बनाकर अमावस्या के दिन मछलियों को खिलाएं।
अमावस्या के दिन भगवान विष्णु, हनुमान जी या भोलेनाथ के मंदिर में ध्वज लगवाएं।
मंदिर में जाकर हनुमान जी के सामने चमेली का दीपक प्रज्वलित कर हनुमान चालीसा का पाठ करें। उसके बाद हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाएं।
अमावस्या के दिन किसी मंदिर में जाकर अनाज का दान करें। झाडू का भी दान करें। इसके साथ ही ब्राह्मण को भोजन कराना भी शुभ होता है।
अमावस्या को शनिदेव के लिए तेल का दान करें। इसके साथ ही काली उड़द, काले तिल, लोहा, काला कपड़ा आदि चीजों का भी दान करें।
सुबह उठते ही अपनी दोनों हथेलियों को देखें अौर कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम॥ मंत्र का जाप करें। इस उपाय को प्रतिदिन भी किया जा सकता है।
अमावस्या का दिन पितरों के लिए विशेष महत्व होता है। इस दिन पितरों के निमित्त किसी गरीब को दूध का दान करें। इससे पितर प्रसन्न होते हैं
!!Astrologer Gyanchand Bundiwal. Nagpur । M.8275555557
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