Monday, 29 December 2014

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा श्री मोर मुकुट बंशीवाले की जय चन्द्रमुखी चंचल चितचोरी, जय श्री राधा सुघड़ सांवरा सूरत भोरी, जय श्री कृष्ण श्यामा श्याम एक सी जोड़ी श्री राधा कृष्णाय नमः पंच रंग चूनर, केसर न्यारी, जय श्री राधा पट पीताम्बर, कामर कारी, जय श्री कृष्ण एकरूप, अनुपम छवि प्यारीश्री राधा कृष्णाय नमः चन्द्र चन्द्रिका चम चम चमके, जय श्री राधा मोर मुकुट सिर दम दम दमके, जय श्री कृष्ण जुगल प्रेम रस झम झम झमके श्री राधा कृष्णाय नमः कस्तूरी कुम्कुम जुत बिन्दा, जय श्री राधा चन्दन चारु तिलक गति चन्दा, जय श्री कृष्ण सुहृद लाड़ली लाल सुनन्दा श्री राधा कृष्णाय नमः

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