Tuesday, 7 May 2013

जय श्री शनिदेव.शनि शिंगणापुर

जय श्री शनिदेव.शनि शिंगणापुर *शनि का प्रभाव कम करने के उपाय ॐ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नमःनीलांजन समाभासम रविपुत्रं यमाग्रजम छाया मार्तण्ड सम्भूतं तम नमामि शनैश्चरम
कर्क राशि पर ढैय्या का प्रभाव रहेगा, रक्त पित्त विकार स्त्री व सन्तान को कष्ट व्यापार में हानि राजभय तथा नाना प्रकार के कष्ट। घर में कलह- संघर्ष अचानक क्रोध का आना।
कन्या राशि पर साढेसाती उतरती हुई है, निजिजनों से अनबन, कार्य तथा व्यवसाय में रूकावट का अनुभव करेंगे, रोगादि से शारीरिक कष्ट, आय से अधिक व्यय। ,तुला राशि पर साढेसाती भोग की होगी। सुखसम्पति मिलेगी स्त्री सुख प्राप्त होगा कार्य तथा व्यवसाय में प्रगति होगी घर में मंगल कार्य होंगे। स्वास्थ ठीक रहेगा। , वृश्चिक राशि पर साढेसाती चढती हुई है। सेहत खराब रहे दैनिक जीवन में संघर्ष का अनुभव करेंगे, रक्त पित्त विकार स्त्री व सन्तान को कष्ट व्यापार में हानि राजभय तथा नाना प्रकार के कष्ट।
मीन राशि पर ढैय्या का प्रभाव रहेगा, सेहत पर रहेगा बुरा असर रहेगा, काम काज पर मन नहीं रहेगा, रक्त पित्त विकार स्त्री व सन्तान को कष्ट, पशु हानि। रोगादि से शारीरिक कष्ट । शनि का प्रभाव कम करने के उपाय -
शनि की साढेसाती तथा ढैय्या के प्रभाव को कम करने के हमारे ग्रन्थो में अनेक उपचार बतलाये गये हैं। जिनके प्रयोग से इसके कुप्रभाव से वचा जा सकता है। ये उपचार इस प्रकार हैं -,1. शनि के वैदिक या बीज मंत्र का 23000 की संख्या में जाप करें। 2. शनिवार के दिन हनुमान जी की आराधना, चालीसा का पाठ, सुन्दर काण्ड का पाठ करें। 3. शनिवार के दिन तैलदान, शनि स्तोत्र का पाठ करें। 4.नीलम रत्न धारण करना भी लाभकारी होता है परन्तु पहले किसी ज्योतिषी का परामर्श अवश्य ले लें। 5. शनि का बीज मंत्र - ऊँ प्रां प्रीं पौं स: शनये नम:। 6. शनि का वैदिक मंत्र - ऊँ शन्नौ देवीरभिष्टयऽआपोभवन्तु पीतये। शंय्योरभिस्रवन्तु न:। 7. शनि का तांत्रिक मंत्र - ऊँ शं शनैश्चराय नम:।
8. शनि शान्ति के लिये दान-वस्तु - लोहा, तिल, तैल, कृष्णवस्त्र, उडद, नीलम, कुथली,,,

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