शुभ रात्रि ,,श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा
जय श्री नाथजी जय श्री नाथजी मारा घटमां बिराजता श्रीनाथजी यमुनाजी महाप्रभुजी मारु मनडुं छे गोकुल वनरावन मारा तनना आंगिणयांमां तुलसीना वन हे मारा प्राण जीवन श्याम जी कन्हैया नंदलालजी मेरे प्राणों से प्यारे गोपाल जी सांवरिया आ जाइयो इन. कन्हैया नंदलालजी मेरे प्राणों से प्यारे गोपाल जी, सांवरिया आ जाइयो इन नैनन के बीच, रूप सलोना देख श्याम का सुधबुध मैंने खोई नी में कमली होई
जय श्री नाथजी जय श्री नाथजी मारा घटमां बिराजता श्रीनाथजी यमुनाजी महाप्रभुजी मारु मनडुं छे गोकुल वनरावन मारा तनना आंगिणयांमां तुलसीना वन हे मारा प्राण जीवन श्याम जी कन्हैया नंदलालजी मेरे प्राणों से प्यारे गोपाल जी सांवरिया आ जाइयो इन. कन्हैया नंदलालजी मेरे प्राणों से प्यारे गोपाल जी, सांवरिया आ जाइयो इन नैनन के बीच, रूप सलोना देख श्याम का सुधबुध मैंने खोई नी में कमली होई